यूरो मीट में नई टैक्नोलोजी पर देशभर से आए यूरोलोजिस्ट ने बीकानेर में किया डिस्कशन
Euro Meet in Bikaner
मूत्र सम्बन्धित समस्या होने पर तत्काल चिकित्सक से लें परामर्श, अन्यथा सीधा असर किडनी व लीवर पर
बत्तीसवीं नॉर्थ जोन यूरोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया (यूसीकोन) की त्रिदिवसीय कांफ्रेंस सम्पन्न
बीकानेर। Euro Meet in Bikaner: सामान्यत: यदि खानपान ठीक हो तो मूत्र सम्बन्धित बीमारियां नहीं होंगी लेकिन अक्सर 48 वर्ष की उम्र के बाद महिला व पुरुषों में बार-बार लघुशंका की शिकायतें देखने को मिलती है। अगर मूत्र से संबंधित समस्या है तो इस मामले में बिल्कुल भी शर्माना नहीं चाहिए बल्कि कोशिश यही करनी चाहिए कि तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेकर इलाज कराएं। क्योंकि इसका सीधा असर किडनी व लीवर पर पड़ता है जो जानलेवा भी हो सकता है। शंका व समाधान को लेकर तथा पब्लिक में अवेयरनेस को लेकर यहां बीकानेर संभाग मुख्यालय के होटल द पार्क पैरेडाइज में देशभर से आए यूरोलोजिस्ट के बीच इन बातों को लेकर व्यापक स्तर पर डिस्कशन हुआ। बत्तीसवीं नॉर्थ जोन यूरोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया (यूसीकोन) की ओर से तीन दिवसीय कांफ्रेंस के आयोजन सचिव डॉ. जे.पी.स्वामी ने बताया कि यूरो मीट प्रोग्राम में अलग-अलग सेशन दिनभर चले जिनमें हरियाणा के सोनीपत से आए डॉ. अतुल कुमार खंडेलवाल, उड़ीसा के भुवनेश्वर एम्स से आए डॉ. स्वर्णेन्दू मंडल सहित अनेक जाने-माने चिकित्सकों ने विभिन्न तरह की यूरोलॉजी विभाग से सम्बन्धित ट्रेनिंग व विभिन्न जानकारियां रेजीडेंट्स को दी। डॉ. स्वामी ने बताया कि चिकित्सकों ने बताया कि यूरोलोजी में इंफेक्शन, महिलाओं में मासिक बंद होने के हार्मोन में परिवर्तन, गलत खान-पान व मधुमेह की वजह से पुरुष, महिला व बच्चे पेशाब बिस्तर पर करने वाले है। डॉ. स्वामी ने बताया कि पिछले सालों में यूरोलाजी विभाग से जितनी भी नई रिसर्च, जितनी भी नई टैक्नोलॉजी, नई खोज आयी है उन सबका आज देशभर से आए यूरोलॉजिस्ट के सामने डिस्कशन हुआ। सभी ने मिलकर अनुभव भी साझा किया, इस दौरान विभिन्न सेशन्स में एंडोयूरोलोजी, रोबोटिक्स के सेशन भी आयोजित हुए।
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डॉ. अतुल, डॉ. स्वर्णेन्दू मंडल ने साझा किए अनुभव
आयोजन सचिव मशहूर यूरोलॉजिस्ट डॉ. जेपी.स्वामी ने बताया कि आज हुए सेशन में हरियाणा के सोनीपत से आए डॉ अतुल खण्डेलवाल ने कांफ्रेंस आयोजित करने के लिए बीकानेर के डॉक्टर्स की टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस कांफ्रेंस में सीनियर यूरोलॉजिस्ट द्वारा साझा किए अनुभव से हमें नए अनुभव की प्राप्ति हुई है। वहीं उड़ीसा के भुवनेश्वर एम्स से आए डॉ स्वर्णेन्दू मंडल ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी से मरीजों को काफी फायदा होगा। इससे मरीज को दर्द कम होगा और वह जल्दी स्वस्थ होकर घर जा सकते है। कांफ्रेंस से युवा चिकित्सकों को सीनियर चिकित्सकों का अच्छा मार्गदर्शन मिला है। पीडि़त मरीज को नई तकनीकों के साथ बेहतर ईलाज कैसे हो इस पर चर्चा की गई।
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यूरोपियन, अमेरिकन के चिकित्सक यूसीकोन की तीन दिवसीय कांफ्रेंस मेें वर्चुअल जूम से जुड़े
अंतराष्ट्रीय स्तर पर अनेक अवार्ड विनर एवं यूसीकोन के आयोजन सचिव डॉ. जेपी.स्वामी ने बताया कि यूरोपियन यूरोलोजी एसोसिएशन (ईयूए), अमेरिकन यूरोलोजी एसोसिएशन (एयूए) के चिकित्सक वर्चुअल जूम के माध्यम से जुड़े। डॉ. फेलिप सीए फिगुइरेडो, डॉ. मोहम्मद लेजर्क ने यूरोलॉजी विभाग में क्या-क्या नई टैक्रोलॉजी, रोबोटिक्स व लेजर के माध्यम से केसेज किए, और उन केसेज के क्या रिजल्ट्स मिले उसका आपस में कंपेरिजन किया। दोनों के कंपेरिजन में क्या डिफरेंस आया या क्यूं डिफरेंस आ रहा है साथ ही रिजल्ट्स, इक्यूपमेंट्स पर भी चर्चा की। इस अवसर पर हिन्दुस्तान में कार्य कर रहे चिकित्सकों के अच्छे काम की तारीफ भी की। डॉ. स्वामी ने बताया कि हिन्दुस्तान का एक्सपिरियंस अच्छा है, चूंकि वर्कलोड, पेशेंट लोड व चिकित्सक मेहनती है। साथ ही यूएसआई-एसआईयू एजूकेशनल कोर्सेज भी हुए तथा यूएसआई-एसयूआई के डिफरेंट सेशन भी हुए, जैसे कि पिडियाट्रिक यूरो व एंड्रोलोजी सेशन शामिल रहे। आयोजन अध्यक्ष डॉ. मुकेश आर्य ने बताया कि डॉ. अरुण चावला की ओर से रेजीडेंट्स के लिए प्रोग्रेस सेशन भी आयोजित हुए। डॉ. राहुल गुप्ता व डॉ. कौशिक शाह ने भी अपनी बात साझा की।